In the race to achieve our dreams we always forget our beginning days from where we have started our journey and raise under the load of future.....even we don't know about it for the next second....so this poetry is for childhood memories....hope you all like it...
जिंदगी की भाग दौड़ मे हम हमेशा अपने शूरवाती दिनो को भूल जाते है , के हमने अपनी शूरवात कहाँ से करी थी और अपने भविष्य को लेकर चिंतित रहते है जिसके बारे मे हमे अगले पल की भी खबर नही।
मेरा यह लेख हमारे बचपन की यादो पर है , उम्मीद है आप सभी को पसंद आएगा ।
जिंदगी की भाग दौड़ मे हम हमेशा अपने शूरवाती दिनो को भूल जाते है , के हमने अपनी शूरवात कहाँ से करी थी और अपने भविष्य को लेकर चिंतित रहते है जिसके बारे मे हमे अगले पल की भी खबर नही।
मेरा यह लेख हमारे बचपन की यादो पर है , उम्मीद है आप सभी को पसंद आएगा ।
अब क्या रुलाओगे नेहा यार
ReplyDeleteनही .....
DeleteShi pkde hain👌👍
ReplyDeleteThanks
DeleteChildhood memories flashed in front of eyes 👀 thnx for this content 👌👌
ReplyDeleteOwww.....such a beautiful comment...so sorry for this....
DeleteAre wah mast
ReplyDeleteShukriya😁😀
DeleteNicee accha laga padh k...😊😊
ReplyDeleteThank you
DeleteNostalgic 😢
ReplyDelete@ extreme level
DeleteUss waqt jab mummy subha ko school Jana ka liya uthati thi aur 10 min bolka jo ninda churana mai maja tha wo bhi Kya jamana tha
ReplyDeleteThank you
DeleteWonderful lines
ReplyDeleteThank you
Delete👌👌👌
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ReplyDeleteThank you
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